सूरजपुर: जिलें में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सखी वन स्टाॅप सेण्टर घरेलु हिंसा सहित अन्य तरीकों से पीड़ित महिलाओं व युवतियों के लिये वाकई में सखी बना हुआ है। सखी का मुख्य उद्देश्य किसी भी तरह की हिंसा से प्रभावित महिलाओं, बच्चियों और युवतियो को सहायता पंहुचाना हैं। केन्द्र में एक ही छत के नीचे महिलाओं को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। केन्द्र में प्राप्त शिकायतों मे घरेलु हिंसा, लैगिंक हिंसा, दुष्कर्म, दहेज प्रताड़ना, बाल विवाह, लिंग चयन व भू्रण हत्या, धोकाधड़ी, छेड़छाड, अपहरण, लापता, भटकती महिला, विक्षिप्त महिला, टोनही प्रताड़ना से संबंधित हैं। मामलों को गंभीरता से लेते हुवे शिकायत पर परामर्श के साथ कानूनी जानकारी देते हुवे मामलों को सुलझाया जाता है। हिंसा से पीड़ित महिलाओ के लिये अपनी शिकायत बिना डर-भय के दर्ज कराने और समस्याओं के निराकरण हेतु सखी सेंटर एक बहुत ही अच्छा मंच है।
30 दिसम्बर 2019 को ग्राम पंचायत तिलसिवां में एक विक्षिप्त महिला घूमती हुई अवस्था में पाई गई। जिसकी जानकारी 181 महिला हेल्प लाइन के माध्यम सें सखी वन स्टाॅप सेंटर सूरजपुर को प्राप्त हुई। इसके पश्चात् थाना-सूरजपुर और सखी स्टाॅफ की मदद से विक्षिप्त महिला को रेस्क्यू कर सखी में लाया गया। पीड़िता की चिकित्सीय जांच कराने के पश्चात् सरंक्षण अधिकारी के माध्यम से पीड़िता को माननीय न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूरजपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूरजपुर के द्वारा विक्षिप्त महिला को इलाज हेतु राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी बिलासपुर भेजने हेतु आदेश प्रदान किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा एम्बुलेंस वाहन उपलब्ध कराया गया जिसकी सहायता से मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को आज 05 जनवरी 2020 को राज्य मानसिक अस्पताल सेंदरी बिलासपुर भेजा गया जहां पीड़िता का उचित इलाज हो सके।
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