सूरजपुर: वर्तमान दौर में व्यवस्था बदलाव के लिए चलाई जा रही पहल जो योग्य नेतृत्व व मजबूत इरादे से जनसहभागिता के साथ प्रशासनिक टीम के परस्पर समन्वय स्थापित करने वाले कलेक्टर दीपक सोनी नें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पारंपरिक संस्कृति के प्रति युवा वर्ग में रूझान लाने जैसी करीब करीब सभी आवश्यक क्षेत्रों में बदलाव की अलख जगाकर एक नए सबेरे तरफ सूरजपुर जिलें के सभी क्षेत्रों में समान रूप से अग्रसर होने के बढते दायरे नें प्रदेश में अपनी पहचान स्थापित किया है।
इसी क्रम में सबसे मुख्य भूमिका निभाने वाली शिक्षा व्यवस्था में बदलाव के लिए शिक्षकों के साथ अभिभावक वर्ग को संयुक्त रूप से छात्रों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए आत्मविश्वास जगाने के लिए अलग अलग चरणों में संचालित हो रही कार्योजनाओ नें अपनी सफलता का पहली दस्तक सें ही अपने उद्देश्य को साकार करने का संदेश देना प्रारंभ कर दिया है। इसका एक प्रमाण ग्रामीण परिवेश में संचालित बस्तामुक्त विद्यालय शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रुनियाडीह के छात्रों ने इंस्पायर अवार्ड मानक 2019 -20 में पात्रता प्राप्त कर गौरव हासिल किया है। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान, नई दिल्ली तथा छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने एवं उनके नवीनतम आईडिया को विकसित करने की दृष्टि से संभाग स्तरीय नवाचारी विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन 4 जनवरी को जिले के शासकीय कन्या उच्चतर मा0 विद्यालय सूरजपुर में किया गया।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच जागृत कर बढ़ावा देने का है। इससे विद्यार्थियों में रचनात्मक – सृजनात्मक गुणों का न केवल विकास होगा, अपितु उनके मन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो पाएंगे। हर बार की तरह इस बार भी इंस्पायर अवार्ड की ऑनलाइन इंट्री की गई थी, जिसके परिणाम स्वरूप सूरजपुर जिले से 210 प्रतिभागियों ने अपने मार्गदर्शक शिक्षक के माध्यम से अपने नवाचारी मॉडल का प्रदर्शन किया। जिसे देखने उड़ीसा राज्य से स्वराज परीडा एवं उनके साथी पूरे समय उपस्थित रहे तथा प्रदर्शित मॉडलों का अवलोकन कर बच्चों से समीक्षात्मक चर्चा की।
इस प्रदर्शनी मे बस्तामुक्त विद्यालय के 03 छात्रों का विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी हेतु चयन किया गया। संस्था प्रमुख सीमांचल त्रिपाठी ने बताया कि स्कूल के आठवीं कक्षा में अध्ययनरत नीतिल सिंह आत्मज प्रेम सिंह ने फ्रूट कैलिपर्स, ममता राजवाड़े आत्मजा भुवनेश्वर प्रसाद ने एंटी एक्सीडेंट ऑटोमेटिक ब्रेक सिस्टम एवं संजू राजवाड़े आत्मजा शिवाराम के द्वारा ऑटोमेटिक क्लॉक वेल मॉडल का निर्माण व प्रदर्शन विज्ञान विषय मार्गदर्शक शिक्षक श्रीमती तिलेश्वरी राजवाड़े एवं रिजवान अंसारी के कुशल मार्गदर्शन में किया गया। ज्ञात हो कि यह पहला अवसर है जब बस्तामुक्त विद्यालय के तीन-तीन छात्रों ने इंस्पायर अवार्ड मानक में सफलता अर्जित की। बच्चों के इंस्पायर अवार्ड में किए प्रदर्शन से संकुल के शिक्षकों, बच्चों एवं अभिभावकों में हर्ष है।
Leave a Reply