बिश्रामपुर CAA और NRC विरोध प्रदर्शन रैली में देखिए किस तरह भारत माता की जय बोलने से रोका गया

2 Min Read

दिनेश साहू

  • नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी का विरोधी नहीं तो विरोध क्यों

बिश्रामपुर, विगत दिवस शुक्रवार को सूरजपुर जिले अंतर्गत बिश्रामपुर में नागरिकता संसोधन अधिनियम CAA और NRC का मुस्लिम समाज व अन्य व्यक्तियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया, हालाँकि उक्त प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया गया था जिसमे जयनगर, विश्रामपुर, द्तिमा, सहित आस पास के क्षेत्रोँ से मुस्लिम महिलाओ को छोड़कर बुजुर्ग, बच्चें, युवा शामिल हुए परन्तु अधिकांश लोगो को मालूम ही नही था की एनआरसी क्या है रैली क्यों निकली गयी है बहरहाल सोचने वाली बात यह है उक्त विरोध प्रदर्शन में तिरंगा झंडा हाथों में लिए प्रदर्शन में काला कानून वापस लो के नारे लगाये जा रहे थे इसी बीच किसी व्यक्ति  द्वारा भारत माता की जय के नारे लगाने पर पीछे खड़े व्यक्ति ने रोक लगाते हुए कहा कि जितना कहा है उतना ही कहो भारत माता की जय मत कहो.

                  आपको बताते चले की भारत सरकार के द्वारा नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 (Citizenship (Amendment) Act, 2019) भारत की संसद द्वारा पारित एक अधिनियम है जिसके तहत सन 1955 का नागरिकता कानून को संशोधित करके यह व्यवस्था की गयी है कि 31 दिसम्बर सन 2014 के पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हिन्दू, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी एवं ईसाई धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत की नागरिकता प्रदान की जा सकेगी। इस विधेयक में भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए आवश्यक 11 वर्ष तक भारत में रहने की शर्त में भी ढील देते हुए इस अवधि को केवल 5 वर्ष तक भारत में रहने की शर्त के रूप में बदल दिया गया है। इस अधिनियम की विशेष बात यह है कि इस अधिनियम में मुसलमान शरणार्थियों को नागरिकता नहीं प्रदान की जा सकेगी, इसके पीछे यह कारण दिया गया है कि उक्त देश इस्लामी देश हैं और मुस्लिम बहुल हैं।

विडियो देखें – 

Share This Article
Leave a comment