नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी का विरोधी नहीं तो विरोध क्यों – विश्व हिंदू परिषद

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  • राहुल गांधी द्वारा पाक-बांग्लादेशी क्रूर समाज के प्रति हमदर्दी व असहाय हिंदू शरणार्थियों के विरोध में सावरकर जी का अपमान सर्वथा निंदनीय

दिनेश साहू

सूरजपुर : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के विरुद्ध भड़के हिंसक प्रदर्शनों को छद्म-धर्म निरपेक्षतावादियों द्वारा निहित स्वार्थों से प्रेरित एक देश-विरोधी निंदनीय कृत्य बताया है. विहिप के सूरजपुर जिलाध्यक्ष श्री उत्पल चटर्जी ने आज कहा कि विदेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने तथा पाकिस्तान, बांग्लादेश, तथा अफगानिस्तान के धार्मिक उत्पीड़न के शिकार शरणार्थियों को भारत में शरण देने से किसी भी भारतीयों को कोई हानि नहीं है. इसके बावजूद कुछ छद्म-धर्म निरपेक्षतावादियों तथा निहित स्वार्थी राजनैतिक दलों द्वारा अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की नीति के अंतर्गत जनता को भड़का कर जो हिंसक प्रदर्शन कराए जा रहे हैं तथा राहुल गांधी जी द्वारा पाक-बांग्लादेशी क्रूर समुदाय के प्रति हमदर्दी किंतु वहां के प्रताड़ित हिंदू समुदाय का विरोध करते हुए स्वातंत्र्य वीर सावरकर का अपमान किया गया, वह सर्वथा निंदनीय व खतरनाक है उन्होंने राज्य सरकारों से अपील की है की वे सभी अराजक तत्वों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही कर जान-माल व राष्ट्रीय संपत्ति के नुकसान के साथ किसी भी प्रकार की हिंसा को अविलंब रोके.
उन्होंने कहा है कि विरोध प्रदर्शन के नाम पर किसी भी रेलवे स्टेशन, बसों, सरकारी संपत्ति, मीडिया या सुरक्षाबलों पर हमला करने की छूट नहीं दी जा सकती. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राज्यों की सरकारें देश की संसद और राष्ट्रपति द्वारा अधिकृत नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध कर इन हिंसक प्रदर्शनों में केवल मूक दर्शक बनी हुई है जबकि, संवैधानिक रूप से सभी को इस अधिनियम का पालन करने हेतु आगे आना चाहिए.
विहिप जिलाध्यक्ष श्री चटर्जी ने यह भी कहा है कि घुसपैठियों तथा शरणार्थियों के अंतर को ठीक से समझने की आवश्यकता है. जहां एक ओर वसुधैव कुटुंबकम की नीति के तहत पीड़ित शरणागत की रक्षा करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है. वहीं दूसरी ओर बांग्लादेशियों व रोहिंग्या घुसपैठिये देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन कर भारतीय मुसलमानों की भी छवि खराब करते हैं अतः राजनैतिक दलों सहित सभी भारतीयों को इन्हें बाहर का रास्ता दिखाने में सरकारों की मदद करनी चाहिए.
श्री चटर्जी ने यह भी कहा है कि राहुल गांधी जी द्वारा पाक-बांग्लादेशी क्रूर समुदाय के प्रति हमदर्दी किंतु वहां के प्रताड़ित हिंदू समुदाय का विरोध करते हुए स्वातंत्र्य वीर सावरकर का अपमान किया है वह सर्वथा निंदनीय व अक्षम्य कृत्य है. सावरकर जी के परिवार के त्याग, बलिदान व देशभक्ति का कण भर भी यदि उनमें या उनके परिजनों में होता तो आज उनकी यह हालत ना होती. देश की जागरूक जनता समय आने पर उनको भारतीय महापुरुष के इस घोर अपमान का प्रतिफल अवश्य देगी.
विश्व हिंदू परिषद ने राज्य सरकारों तथा पुलिस प्रशासन से राष्ट्रीय संपत्ति के साथ जान-माल की कठोरता से रक्षा करने तथा देश भर में शांति एवं सुव्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.

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