स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की आठ अजूबों की लिस्ट में हुआ शामिल

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  •   शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को अपने आठ अजूबों की लिस्ट में किया शामिल 

नई दिल्ली: शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को अपने आठ अजूबों की लिस्ट में शामिल कर लिया है विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्विट कर इसकी जानकारी दी, विदेश मंत्री ने लिखा है कि “सदस्य देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन की प्रयास की सराहना करते हैं SCO के आठ अजूबों की लिस्ट में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी शामिल है यह निश्चित रूप से एक प्रेरणा के रूप में काम करेगा”

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के SCO के आठ अजूबों के लिस्ट में शामिल होने का मतलब यह है कि अब शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन खुद सदस्य देशों में दुनिया के सबसे ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का प्रचार करेगी , बता दें कि अनावरण के साल भर बाद ही स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को रोजाना देखने वाले पर्यटकों की संख्या, अमेरिका के 133 साल पुराने स्टैच्यू ऑफ़ लिबर्टी से ज्यादा हो गई है गुजरात स्थित स्मारक को देखने औसतन 15000 से अधिक पर्यटक रोज पहुंच रहे हैं.

सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड ने दिसंबर 2019 में एक बयान में कहा था 1 नवंबर 2018 से 31 अक्टूबर 2019 तक पहले साल में रोजाना आने वाले पर्यटकों की संख्या में औसतन 74 फ़ीसदी वृद्धि हुई है और अब दूसरे साल के महीने में पर्यटकों की संख्या औसतन 15000 पर्यटक प्रतिदिन हो गई है बयान में यह भी कहा गया है कि सप्ताह के अंत के दिनों में यह संख्या 22000 होने की संभावना है अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्टैच्यू ऑफ़ लिबर्टी को देखने रोजाना 10000 पर्यटक पहुंचते हैं

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती के मौके पर 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे ऊंची 182 मीटर प्रतिमा अनावरण किया था. यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है इस प्रतिमा को सिर्फ 4 साल के भीतर बनाया गया है इसे बनाने की लागत लगभग 2989 करोड़ रुपये आयी है यह प्रतिमा गुजरात में केवड़िया कॉलोनी में नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध के समीप है भारतीय मूर्तिकार राम वी सुतार ने इसका डिजाइन तैयार किया था पहली बार वर्ष 2010 में इस परियोजना की घोषणा की गई थी.

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